इंट्राडे ट्रेडिंग में तेजी से निर्णय लेना और मार्केट के मूवमेंट को समझना सबसे महत्वपूर्ण होता है। अधिकतर ट्रेडर्स इंट्राडे ट्रेडिंग में मुनाफा कमाने के लिए विभिन्न प्रकार के इंडिकेटर्स जैसे कि RSI, MACD, Bollinger Bands आदि का सहारा लेते हैं। लेकिन क्या आपने सोचा है कि बिना किसी इंडिकेटर के भी आप सफलतापूर्वक इंट्राडे ट्रेड कर सकते हैं? इसका उत्तर है, हां! ORB यानी ओपनिंग रेंज ब्रेकआउट एक ऐसी रणनीति है, जिसमें आपको किसी भी जटिल इंडिकेटर की जरूरत नहीं पड़ती।
इस रणनीति का उद्देश्य है कि आप केवल मार्केट के शुरुआती मूवमेंट को देखकर ट्रेड करें और मुनाफा कमाएं। तो आइए जानतें हैं लेख में की आखिर बिना इंडिकेटर के इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें और ORB रणनीति को कैसे लागू करें? इन से जुड़े अन्य प्रश्नों के बारें में।
इंट्राडे ट्रेडिंग में ORB क्या है?
क्या है ORB या Opening Range Breakout यह एक सरल और प्रभावी ट्रेडिंग रणनीति है, जिसमें ट्रेडर मार्केट खुलने के बाद शुरुआती कुछ मिनटों की प्राइस मूवमेंट को देखकर एंट्री और एग्ज़िट का निर्णय लेते हैं। इसका आधार यह है कि दिन के शुरुआती 15-30 मिनट में मार्केट की दिशा निर्धारित हो जाती है, जो आगे के ट्रेडिंग घंटों में भी जारी रह सकती है। ORB का मुख्य उद्देश्य किसी शुरुआती मूवमेंट को पकड़ना और उसी दिशा में ट्रेड करना है।
ORB रणनीति का इस्तेमाल क्यों करें?
- सरल और प्रभावी:
ORB रणनीति में किसी जटिल इंडिकेटर की जरूरत नहीं होती। इसे आसानी से समझा और लागू किया जा सकता है। - सटीक एंट्री और एग्ज़िट:
चूंकि इस रणनीति में ओपनिंग रेंज को ब्रेक करने पर ही एंट्री ली जाती है, इसलिए यह आपको सटीक एंट्री और एग्ज़िट पॉइंट्स प्रदान करती है। - कम समय में मुनाफा:
यह रणनीति दिन के शुरुआती समय में ही ट्रेड करने का सुझाव देती है, जिससे आपको पूरे दिन मार्केट में बैठे रहने की जरूरत नहीं पड़ती।
ORB रणनीति को कैसे लागू करें?
1. ओपनिंग रेंज की पहचान:
मार्केट खुलने के बाद पहले 15 से 30 मिनट के भीतर प्राइस मूवमेंट को देखिए। इस समय के दौरान बने हाई और लो को ओपनिंग रेंज कहते हैं।
- उदाहरण:
यदि निफ्टी ने सुबह 9:15 से 9:30 के बीच 18,200 का हाई और 18,100 का लो बनाया, तो यह ओपनिंग रेंज होगी।
2. ब्रेकआउट का इंतजार करें:
अब इस ओपनिंग रेंज के ऊपर या नीचे ब्रेकआउट का इंतजार करें। अगर प्राइस रेंज के ऊपर जाती है तो बाय (खरीदारी) करें, और अगर नीचे जाती है तो सेल (बिक्री) करें।
3. एंट्री और स्टॉप लॉस:
- अगर हाई का ब्रेकआउट होता है तो बाय करें और लो पर स्टॉप लॉस सेट करें।
- अगर लो का ब्रेकआउट होता है तो सेल करें और हाई पर स्टॉप लॉस सेट करें।
4. प्रॉफिट बुकिंग:
- 1:1.5 या 1:2 रिस्क रिवार्ड रेशियो के आधार पर मुनाफा बुक करें।
- SL को ट्रेल करते हुए भी मुनाफा बुक किया जा सकता है। जैसे-जैसे ट्रेड आपके पक्ष में जाता है, SL को भी मूव करें।
ORB रणनीति के कुछ महत्वपूर्ण टिप्स
- रेंज की चौड़ाई का ध्यान रखें:
अगर ओपनिंग रेंज बहुत चौड़ी है, तो ट्रेड से बचें। ऐसी स्थिति में SL बहुत बड़ा हो सकता है, जिससे रिस्क रिवार्ड सही नहीं बैठता। - मार्केट का मूड समझें:
यह एक ट्रेंड-फॉलोइंग स्ट्रेटेजी है। अगर मार्केट रेंज में फंसा हुआ है, तो ORB का इस्तेमाल न करें। - गैप अप/गैप डाउन का ध्यान रखें:
अगर मार्केट गैप अप या गैप डाउन खुलता है और ओपनिंग रेंज के बाद गैप को भरने की कोशिश करता है, तो यह एक अच्छी ट्रेड साबित हो सकती है।
निष्कर्ष
ORB रणनीति एक सरल लेकिन प्रभावी तरीका है, जिससे बिना किसी इंडिकेटर के भी इंट्राडे ट्रेडिंग में मुनाफा कमाया जा सकता है। इसका सही इस्तेमाल करने के लिए मार्केट के शुरुआती मूवमेंट को समझना और सटीक एंट्री व एग्ज़िट पॉइंट चुनना बेहद जरूरी है। यदि सही तरीके से इसका पालन किया जाए, तो यह रणनीति आपको निरंतर मुनाफा दिला सकती है।
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बिना इंडिकेटर के ट्रेडिंग करना आसान नहीं है, लेकिन ORB जैसी सरल रणनीति से आप इसे संभव बना सकते हैं। सफलता का राज़ सही समय पर सही निर्णय लेने में है, और ORB आपको यही मौका देता है।