बिलकुल! यहां एक हिंदी में लेख है जिसमें 2025-26 के लिए नई इनकम टैक्स स्लैब्स और उनके असर को सरल तरीके से समझाया गया है, साथ ही इसमें कुछ वर्तनी की गलतियाँ और आम बोल-चाल की भाषा का भी इस्तेमाल किया गया है, ताकि यह लेख अधिक प्राकृतिक लगे:
FY 2025-26 के लिए नई आयकर स्लैब्स: जानिए कैसे ₹13.7 लाख सैलरी पर भी ZERO टैक्स चुकता कर सकते हैं
आपकी आय ₹13.7 लाख है और आप सोच रहे हैं कि टैक्स कैसे बचाएं? क्या आपको नई आयकर स्लैब्स के बारे में पता है? अगर नहीं, तो घबराइए मत! वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025 में कुछ बदलाव किए हैं जो आपके लिए फायदे का सौदा साबित हो सकते हैं। आइये, हम समझते हैं कि कैसे इन नए स्लैब्स के तहत आप कम टैक्स दे सकते हैं, और कैसे ₹13.7 लाख की सैलरी पर भी ज़ीरो टैक्स पे कर सकते हैं।
नई आयकर स्लैब्स (FY 2025-26): एक नजर में
नई आयकर स्लैब्स, जो 1 अप्रैल 2025 से लागू होने जा रही हैं, उनमें बहुत कुछ बदल चुका है। अब आयकर स्लैब्स के तहत टैक्स की दरें और सीमा को बेहतर तरीके से समझें।
आय सीमा (₹) | टैक्स दर |
---|---|
₹0 – ₹4 लाख | 0% |
₹4 लाख से ₹8 लाख | 0% |
₹8 लाख से ₹12 लाख | 0 |
₹12 लाख से ₹16 लाख | 5% |
₹16 लाख से ₹20 लाख | 15% |
₹20 लाख से ₹24 लाख | 20% |
₹24 लाख से अधिक | 25% |
क्या बदलाव हुए हैं?
- बेसिक छूट सीमा बढ़ी
नई टैक्स स्लैब्स के तहत, बेसिक छूट सीमा को ₹3 लाख से बढ़ाकर ₹4 लाख कर दिया गया है। इसका मतलब यह है कि अब ₹4 लाख तक की आय पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। - 87A टैक्स रिबेट बढ़ी
इस बार सेक्शन 87A के तहत टैक्स रिबेट को ₹60,000 तक बढ़ा दिया गया है। इसका मतलब यह है कि अगर आपकी नेट टैक्सेबल इनकम ₹12 लाख तक है, तो आपको कोई टैक्स नहीं देना पड़ेगा। पहले यह रिबेट ₹25,000 थी, जो अब बढ़कर ₹60,000 हो गई है। - स्टैंडर्ड डिडक्शन
नई व्यवस्था में, सैलरी से ₹75,000 का स्टैंडर्ड डिडक्शन मिलेगा। साथ ही, अगर आप NPS में निवेश करते हैं, तो आपके बेसिक सैलरी का 14% तक का योगदान भी डिडक्ट किया जाएगा।
कैसे ₹13.7 लाख सैलरी पर Zero टैक्स हो सकता है?
अब बात करते हैं कि आप ₹13.7 लाख की सैलरी पर कैसे टैक्स बचा सकते हैं। नई टैक्स स्लैब्स के हिसाब से, ₹13.7 लाख की सैलरी पर आपको ₹1,14,000 तक का टैक्स बचाने का मौका मिल सकता है।
1. NPS में निवेश करें
आप अपने NPS खाते में ₹50,000 तक निवेश कर सकते हैं और इसका फायदा ले सकते हैं। इससे आपकी टैक्सेबल इनकम ₹13.7 लाख से घटकर ₹13.2 लाख हो जाएगी।
2. 87A टैक्स रिबेट का फायदा लें
अगर आपकी टैक्सेबल इनकम ₹12 लाख तक पहुंचती है तो आप ₹60,000 का टैक्स रिबेट ले सकते हैं। इसका मतलब अगर आपने सही डिडक्शन और निवेश किया हो, तो ₹12 लाख तक की आय पर कोई टैक्स नहीं लगेगा।
3. स्टैंडर्ड डिडक्शन का उपयोग करें
आपकी सैलरी में से ₹75,000 तक का स्टैंडर्ड डिडक्शन मिलेगा, जो ₹13.7 लाख की टैक्सेबल इनकम को ₹12.95 लाख तक घटा सकता है।
कुछ महत्वपूर्ण बातें:
- सर्ज चार्ज में कोई बदलाव नहीं
नई स्लैब्स के तहत सर्ज चार्ज में कोई बदलाव नहीं किया गया है, यानी हाई इनकम वाले लोगों पर यह अतिरिक्त टैक्स लोड जैसा रहेगा। - पुरानी टैक्स व्यवस्था में बदलाव नहीं
अगर आप पुरानी टैक्स व्यवस्था को चुनते हैं, तो कुछ डिडक्शन जैसे कि 80C, 80D आदि का फायदा उठा सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि अगर आप नई टैक्स व्यवस्था को चुनते हैं तो आपको इन डिडक्शन्स का फायदा नहीं मिलेगा। - चुनाव करने का अधिकार
अब आपको हर वित्तीय वर्ष में यह तय करना होगा कि आप पुरानी व्यवस्था अपनाना चाहते हैं या नई। अगर आप व्यवसायी हैं, तो आपको पुरानी व्यवस्था चुनने का विकल्प मिलेगा, लेकिन एक बार आपने नई व्यवस्था चुन ली तो आप उसे बदल नहीं सकते।
निष्कर्ष: नई टैक्स व्यवस्था के फायदे
नई टैक्स व्यवस्था में आयकर स्लैब्स को आसान और आकर्षक बनाया गया है, खासकर उन लोगों के लिए जिनकी आय ₹12 लाख तक है। अगर आप सही तरीके से निवेश करते हैं, तो ₹13.7 लाख सैलरी पर भी आप टैक्स बचा सकते हैं और ज़ीरो टैक्स का फायदा उठा सकते हैं।
आपको केवल अपनी आय, निवेश और डिडक्शन्स को सही से समझने की जरूरत है, और फिर इस नए टैक्स सिस्टम का पूरा फायदा उठा सकते हैं। तो देर मत कीजिए, और अपनी टैक्स योजना को इस नई व्यवस्था के अनुसार तैयार करें!